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UGC NET- PhD Admission 2024

विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (UGC) ने देश भर के विश्वविद्यालयों और उच्च शिक्षा संस्थानों में पीएचडी दाखिले की प्रक्रिया में बड़ा बदलाव किया है। UGC की नई अधिसूचना के अनुसार, अब पीएचडी दाखिले राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी (NTA) द्वारा आयोजित की जाने वाली UGC नेट परीक्षा के माध्यम से होंगे। विश्वविद्यालय अलग से प्रवेश परीक्षा नहीं लेंगे, लेकिन उन्हें दाखिले के लिए इंटरव्यू लेने की छूट होगी। UGC नेट के नतीजों की घोषणा अब तीन कैटेगरियों में की जाएगी – जूनियर रिसर्च फेलोशिप, असिसटेंट प्रोफेसर भर्ती और पीएचडी दाखिला। यह बदलाव जून 2024 से लागू होगा।

(PhD) में दाखिले की प्रक्रिया- 

UGC ने देश भर के विश्वविद्यालयों और अन्य उच्च शिक्षा संस्थानों (HEIs) में संचालित होने वाले शोध पाठ्यक्रमों (PhD) में दाखिले की प्रक्रिया में बड़ा बदलाव किया है। अब तक विश्वविद्यालय अपने स्तर पर ही पीएचडी दाखिले की प्रक्रिया संचालित करते थे और स्वयं प्रवेश परीक्षा का आयोजन करते थे। लेकिन अब UGC की नई अधिसूचना के मुताबिक, विश्वविद्यालयों के शोध कार्यक्रमों में दाखिला (PhD Admission 2024) राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी (NTA) द्वारा वर्ष में दो बार (जून और दिसंबर में) आयोजित की जाने वाली यूजीसी की राष्ट्रीय पात्रता परीक्षा (UGC NET) के माध्यम से लिया जाएगा।

इसके अलावा, UGC द्वारा जारी अधिसूचना में यह भी कहा गया है कि विश्वविद्यालय व अन्य HEIs अब दाखिला लेने के लिए अलग प्रवेश परीक्षा का आयोजन नहीं करेंगे। अर्थात अब पूर्ण रूप से UGC NET के आधार पर ही पीएचडी दाखिला होगा।

इस प्रकार UGC ने पीएचडी दाखिले की पूरी प्रक्रिया को संशोधित और केंद्रीकृत कर दिया है। अब केंद्रीय स्तर पर NTA द्वारा आयोजित UGC NET परीक्षा के आधार पर ही पूरे देश में सभी विश्वविद्यालयों में पीएचडी दाखिले होंगे।

जून 2024 कि नई अधिसूचना –

UGC ने अपनी नई अधिसूचना में स्पष्ट किया है कि जून 2024 से विश्वविद्यालयों के शोध कार्यक्रमों (पीएचडी) में दाखिला राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी (NTA) द्वारा आयोजित की जाने वाली UGC नेट परीक्षा के आधार पर होगा। अभी तक विश्वविद्यालय अपने स्तर पर ही पीएचडी दाखिले की प्रक्रिया संचालित करते थे और स्वयं प्रवेश परीक्षाएं आयोजित करते थे। लेकिन नए नियमों के तहत विश्वविद्यालयों को अलग परीक्षा नहीं लेनी होगी।

बजाय इसके, UGC NET परीक्षा के माध्यम से ही उम्मीदवारों का चयन किया जाएगा। NTA द्वारा वर्ष में दो बार (जून और दिसंबर में) आयोजित की जाने वाली यूजीसी नेट परीक्षा के स्कोर के आधार पर ही उम्मीदवारों को विश्वविद्यालयों में पीएचडी के लिए दाखिला मिलेगा। हालांकि, विश्वविद्यालयों को दाखिले के लिए उम्मीदवारों के चयन हेतु द्वितीय स्तर पर इंटरव्यू का आयोजन करने की छूट दी गई है। लेकिन मुख्य योग्यता NET स्कोर ही होगी।

इस प्रकार UGC NET परीक्षा अब पूरे देश में पीएचडी दाखिले का एकमात्र माध्यम होगी। इससे दाखिले की प्रक्रिया में एकरूपता आएगी और प्रतिभाशाली उम्मीदवारों का चयन भी सुनिश्चित होगा।

UGC की नई अधिसूचना-

UGC की नई अधिसूचना के अनुसार, अब विश्वविद्यालय और अन्य उच्च शिक्षा संस्थान (HEIs) पीएचडी दाखिले के लिए अलग से कोई प्रवेश परीक्षा नहीं आयोजित करेंगे।

अभी तक यह प्रचलित था कि विश्वविद्यालय अपने स्तर पर ही पीएचडी दाखिले की प्रक्रिया संचालित करते थे और इसके लिए वे स्वयं प्रवेश परीक्षा का आयोजन करते थे। लेकिन नए नियमों के तहत उन्हें अब अलग परीक्षा नहीं लेनी होगी। इसके बजाय, पीएचडी दाखिला सीधे UGC द्वारा संचालित NET परीक्षा के स्कोर के आधार पर होगा। NTA द्वारा वर्ष में दो बार आयोजित की जाने वाली इस परीक्षा के स्कोर के आधार पर ही विश्वविद्यालयों में उम्मीदवारों का चयन किया जाएगा। हालाँकि, विश्वविद्यालयों को दाखिले की प्रक्रिया में भाग लेने की छूट दी गई है। वे UGC NET स्कोर के आधार पर शॉर्टलिस्ट किए गए उम्मीदवारों का इंटरव्यू ले सकते हैं। इंटरव्यू के आधार पर ही अंतिम चयन होगा।

इस प्रकार दाखिला प्रक्रिया दो चरणों में होगी – पहला UGC NET स्कोर और फिर विश्वविद्यालय स्तर पर इंटरव्यू। UGC ने पीएचडी दाखिले के इस नए मानदंड में NET स्कोर और इंटरव्यू का वेटेज क्रमशः 70 और 30 प्रतिशत निर्धारित किया है।

इस प्रकार विश्वविद्यालयों को अपनी परीक्षा आयोजित नहीं करनी होगी, लेकिन इंटरव्यू लेकर वे उम्मीदवारों का अंतिम चयन करेंगे। यह प्रक्रिया दाखिले में एकरूपता और पारदर्शिता लाएगी।

NET रिजल्ट की 3 कटेगरियाँ –

UGC ने अपनी नई अधिसूचना में घोषणा की है कि अगले सत्र यानी जून 2024 से UGC NET नतीजों की घोषणा 3 अलग-अलग कटेगरी में की जाएगी। अभी तक UGC NET का रिजल्ट सिर्फ 2 कटेगरी – जूनियर रिसर्च फेलोशिप (JRF) और असिस्टेंट प्रोफेसर की भर्ती के लिए योग्यता दिखाता था।

लेकिन नए नियमों के मुताबिक, NET रिजल्ट की 3 कटेगरियाँ होंगी:

  1. कटेगरी 1 –  सफल घोषित उम्मीदवार को JRF प्राप्त करने और असिस्टेंट प्रोफेसर की भर्ती के लिए आवेदन कर सकेंगे।
  1. कटेगरी 2 – इस कटेगरी के उम्मीदवार असिस्टेंट प्रोफेसर की भर्ती तथा पीएचडी दाखिले के लिए पात्र होंगे।
  1. कटेगरी 3 – इस कटेगरी में सफल उम्मीदवार सिर्फ पीएचडी दाखिले के लिए ही पात्र होंगे।

इस प्रकार अब NET स्कोर के आधार पर उम्मीदवारों की 3 अलग श्रेणियाँ तय की जाएंगी। पहले जो सिर्फ JRF और असिस्टेंट प्रोफेसर के लिए योग्यता थी, उसमें पीएचडी दाखिले की एक नई श्रेणी जोड़ी गई है। साथ ही, NTA द्वारा UGC NET का रिजल्ट अब पर्सेटाइल में जारी किया जाएगा और उम्मीदवारों को मार्क्स नहीं बताए जाएंगे।

इन बदलावों से UGC NET को और अधिक व्यापक और उपयोगी बनाया गया है। अब इसके माध्यम से देशभर में JRF, असिस्टेंट प्रोफेसर और पीएचडी दाखिले की एकसमान प्रक्रिया होगी।

JRF और असिस्टेंट प्रोफेसर की भर्ती-

UGC ने स्पष्ट किया है कि पीएचडी दाखिलों में इन नए बदलावों को जून 2024 सत्र से लागू किया जाएगा। इसका मतलब है कि जून 2024 में आयोजित होने वाली UGC NET परीक्षा के बाद से ही नई व्यवस्था प्रभावी हो जाएगी। जून 2024 की NET परीक्षा से पहले यानी दिसंबर 2023 में आयोजित होने वाली NET के रिजल्ट पुराने पैटर्न पर ही होंगे। उसमें सिर्फ दो कटेगरियां – JRF और असिस्टेंट प्रोफेसर की भर्ती के लिए योग्यता ही दिखाई जाएगी। लेकिन जून 2024 की NET परीक्षा के बाद रिजल्ट नए पैटर्न पर आएगा। जैसा कि पहले बताया गया है, इसमें 3 कटेगरियां होंगी – JRF/असिस्टेंट प्रोफेसर, असिस्टेंट प्रोफेसर/पीएचडी दाखिला, और सिर्फ पीएचडी दाखिला।

साथ ही, जून 2024 की NET से ही विश्वविद्यालयों में पीएचडी दाखिले केवल NET स्कोर और इंटरव्यू के आधार पर होंगे। विश्वविद्यालय अपनी अलग प्रवेश परीक्षा नहीं ले पाएंगे। इसलिए जून 2024 की NET नई व्यवस्था लागू करने का एक महत्वपूर्ण मोड़ होगा। इससे पहले के सभी दाखिले पुरानी प्रक्रिया से होंगे, जबकि जून 2024 के बाद नए नियमों के तहत ही दाखिले संपन्न होंगे। इस प्रकार UGC ने जून 2024 की NET परीक्षा को नई व्यवस्था के लिए एक महत्वपूर्ण चौराहा बनाया है। यह समय से इस बात की घोषणा कर देश भर के विश्वविद्यालयों और उम्मीदवारों को तैयार होने का मौका भी दे रहा है।

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